Notes

18वीं शताब्दी में ऋण प्रदान करने की एक नई व्यवस्था ‘ददनी’ बंगाल एवं गुजरात में प्रारम्भ हुई थी।

18वीं शताब्दी में ऋण प्रदान करने की एक नई व्यवस्था ‘ददनी’ बंगाल एवं गुजरात में प्रारम्भ हुई थी।