Notes

‘रस गंगाधर’ एवं ‘गंगालहरी’ की रचना संस्कृत में पंडित जगन्नाथ ने की थी।

‘रस गंगाधर’ एवं ‘गंगालहरी’ की रचना संस्कृत में पंडित जगन्नाथ ने की थी।