Notes

डायस्टीरियो-समावयवी पदार्थों की एक जोड़ी का सदस्य होता है जो उनके अणुओं के विन्यास के संबंध में भिन्न होता है और जो एक-दूसरे का दर्पण-प्रतिबिम्ब नहीं होते है।

डायस्टीरियो-समावयवी पदार्थों की एक जोड़ी का सदस्य होता है जो उनके अणुओं के विन्यास के संबंध में भिन्न होता है और जो एक-दूसरे का दर्पण-प्रतिबिम्ब नहीं होते है।