Notes

अर्द्धसूत्री विभाजन की खोज सर्वप्रथम वीजमैन नामक वैज्ञानिक ने की। अर्द्धसूत्री विभाजन में गुणसूत्रों का द्विगुणन केवल एक बार होता है। इसके परिणामस्वरूप चार अगुणित संतति कोशिकाएँ बनती हैं।

अर्द्धसूत्री विभाजन की खोज सर्वप्रथम वीजमैन नामक वैज्ञानिक ने की। अर्द्धसूत्री विभाजन में गुणसूत्रों का द्विगुणन केवल एक बार होता है। इसके परिणामस्वरूप चार अगुणित संतति कोशिकाएँ बनती हैं। अर्द्धसूत्री विभाजन के लिए मिओसिस शब्द का प्रयोग सबसे पहले फार्मर एवं मूरे नामक वैज्ञानिक ने 1905 ईसवी में किया था। कोशिका का अर्द्धसूत्री विभाजन दो चरणों में पूर्ण होता है।
(a) प्रथम अर्द्धसूत्री विभाजन
(b) द्वितीय अर्द्धसूत्री विभाजन