Notes
भ्रौणिकी से प्रमाण …
भ्रौणिकी से प्रमाण –
(1) एक ही वर्ग के विभिन्न जाति के जन्तुओं के भ्रूणों में परस्पर अत्यधिक समानता होती है। परन्तु जातियों के वयस्कों में अधिक विभिन्नताएँ पाई जा सकती है।
जैसे – मछली, मेंढक, कछुआ, पक्षी तथा मनुष्य के भ्रूणों में अत्यधिक समानता होती है।
(2) व्यक्तिवृत्त या ऑन्टोजेनी (ontogeny) जन्तुओं में जाइगोट से वयस्क तक के भ्रूणीय परिवर्धन की प्रक्रिया हैं।
(3) पूर्वजों से लेकर, किसी जन्तु – जाति के उद्धिकासीय इतिहास को जन्तु का जातिवृत्त या फाइलोजीनी (phylogeny) कहते हैं।
(4) बायोजेनेटिक नियम (Biogenetic law) को पुनरावृत्ति सिद्धान्त (Recapitulation theory) भी कहा जाता है। बायोजेनेटिक नियम हेकल (Haeckel) ने प्रतिपादित किया बायोजेनेटिक नियम सिद्धान्त के अनुसार “व्यक्तिवृत्त में जातिवृत्त की पुनरावृत्ति (ontogeny repeats phylogeny) होती है अर्थात् जन्तु अपनी भ्रूणावस्था में पूर्वजों की अवस्थाओं या गुणों को दोहराते हैं।”
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