Notes

समपीतकी को आइसोलेसिथल भी कहा जाता है एवं यह एक ऐसी अवस्था है जिसके अन्तर्गत जीवद्रव्य में पीतक समान रूप से बँटा हुआ रहता है।

समपीतकी को आइसोलेसिथल भी कहा जाता है एवं यह एक ऐसी अवस्था है जिसके अन्तर्गत जीवद्रव्य में पीतक समान रूप से बँटा हुआ रहता है।