Notes

खुला ऑर्गन पाइप (Open Organ Pipe) के दोनों सिरे खुले होते है। खुले ऑर्गन पाइप में जब वायु प्रतिध्वनी के रूप में कम्पन्न करती है तो पाइप के दोनों सिरों पर प्रस्पन्द का निर्माण होता है।

खुला ऑर्गन पाइप (Open Organ Pipe) के दोनों सिरे खुले होते है। खुले ऑर्गन पाइप में जब वायु प्रतिध्वनी के रूप में कम्पन्न करती है तो पाइप के दोनों सिरों पर प्रस्पन्द का निर्माण होता है।
खुले पाइप में उत्पन्न मूल स्वारक तथा अधिस्वरकों की आवृत्तियों के बीच निम्नलिखित अनुपात होता है।
n1 : n2 : n3 … = 1 : 2 : 3 …
अर्थात् खुले पाइप में विषम तथा सम, सभी सन्नादी उत्पन्न होते है।
इसी कारण खुले पाइप से उत्पन्न ध्वनि मधुर प्रतीत होती है।