Notes

द्वितीय कोटि अभिक्रिया उस अभिक्रिया को कहते है जिसका वेग दो अभिकारक अणु की सान्द्रता बढ़ने पर या घटने पर प्रभावित होती है।

द्वितीय कोटि अभिक्रिया उस अभिक्रिया को कहते है जिसका वेग दो अभिकारक अणु की सान्द्रता बढ़ने पर या घटने पर प्रभावित होती है।
उदाहरण –
(i) 2HI → H2 + I2
(ii) CH3COOC2H5 + NaOH → CH3COONa + C2H5OH