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ऐल्कीन यौगिकों के रासायनिक गुण …

ऐल्कीन यौगिकों के रासायनिक गुण –
(a) ऐल्कीन ऐलिफैटिक हाइड्रोकार्बन यौगिक है जिनमें कार्बन-कार्बन परमाणु के मध्य युग्म बन्ध उपस्थित होता है।
(b) ऐल्कीन ठोस, द्रव एवं गैस तीनों अवस्थाओं में प्राप्त किए जाते है।
(c) ऐल्कीन यौगिकों का वाण्डर-वाल्स बल कम होता है इसलिए ये जल में कम घुलनशील होते है।
(d) ऐल्कीन यौगिकों में पाई-बन्ध उपस्थति होते है।
(e) ऐल्कीन को हाइड्रोजनीकरण अभिक्रिया में क्रिया कराकर ऐल्केन प्राप्त किए जाते है।
(f) ऐल्कीन हैलोजनीकरण में भाग लेकर ऐल्किल हैलाइड का निर्माण करता है।
(g) ऐल्कीन का हैलोजन अम्लों से क्रिया कराकर हैलो हाइड्रिन यौगिकों को प्राप्त किया जाता है।
(h) ऐल्कीन का हाइड्रेशन अभिक्रिया में क्रिया कराकर ऐल्कोहॉल प्राप्त किए जाते है।
(i) ऐल्कीन ऐल्काइलेशन अभिक्रिया में भाग लेकर उच्च ऐल्केन (श्रृंखला ऐल्केन सहित) का निर्माण करता है।
(j) ऐल्कीन हाइड्रॉक्सीलेशन अभिक्रिया में भाग लेकर डाइहाइड्रिक ऐल्कोहॉल का निर्माण करता है।
(k) ऐल्कीन को उत्प्रेरित ऑक्सीकरण अभिक्रिया में क्रिया कराकर चक्रीय ईथर का निर्माण किया जाता है।
(l) ऐल्कीन का ओजोनीकरण करके कार्बोनिल यौगिकों के ऑक्सीकरण (या अपचायक) उत्पाद का निर्माण किया जाता है।
(m) ऐल्कीन का हाइड्रोबोरेशन करके ऐल्कीन या ऐल्कोहॉल प्राप्त किए जाते है।
(n) ऐल्कीन का डाइमरीकरण करके डाइमर प्राप्त किए जाते है।
(o) डाईल ऐल्डर अभिक्रिया में ऐल्कीन की क्रिया कराकर चक्रीय उत्पाद प्राप्त किए जाते है।
(p) ऐल्कीन का S2Cl2 के साथ क्रिया कराकर मस्टर्ड गैस का निर्माण किया जाता है।
(q) ऐल्कीन का दहन करके चक्रीय उत्पाद प्राप्त किए जाते है।
(r) ऐल्कीन का बहुलीकरण करके बहुलक प्राप्त किए जाते है।