Notes

द्वितीयक संकीर्णन (secondary constriction) वह स्थान है जहाँ गुणसूत्र एवं केन्द्रिका एक-दुसरे से जुड़े रहते है।

द्वितीयक संकीर्णन (secondary constriction) वह स्थान है जहाँ गुणसूत्र एवं केन्द्रिका एक-दुसरे से जुड़े रहते है।