Notes

आसवन विधि जिंक, मर्करी एवं कैडमियम आदि वाष्पशील धातुओं के परिष्करण के लिए प्रयुक्त की जाती है।

आसवन विधि जिंक, मर्करी एवं कैडमियम आदि वाष्पशील धातुओं के परिष्करण के लिए प्रयुक्त की जाती है।