Notes
आवेश मूल कणों का वह गुण है जिसके द्वारा वे आपस में अन्योन्य क्रिया करते हैं। आवेश दो प्रकार के होते हैं। धनात्मक व ऋणात्मक।
आवेश मूल कणों का वह गुण है जिसके द्वारा वे आपस में अन्योन्य क्रिया करते हैं। आवेश दो प्रकार के होते हैं। धनात्मक व ऋणात्मक।Subscribe to our youtube channel!
Staying up to date on Question/Notes related to General knowledge, current affairs and are useful in Academic and Government Exams. More than 8000 video on our channel.
Subscribe