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अचक्रीय प्रकाश-फॉस्फोरिलीकरण (Non-cyclic Photophosphorylation) …
अचक्रीय प्रकाश-फॉस्फोरिलीकरण (Non-cyclic Photophosphorylation) वर्णक तन्त्र-II में P680 से निकलती अधिक ऊर्जा इलेक्ट्रॉन्स फियोफाइटिन (pheophytin), प्लास्टोक्विनोन (plastoquinone), साइटोक्रोम b6-f (cytochrome b6-f) और प्लास्टोसायनिन (plastocyanin) से होते हुए P700 में चले जाते हैं और लौटकर वापस नहीं आते है। प्लास्टोक्विनोन वा साइटोक्रोंम b6-f के बीच निकलती ऊर्जा, ADP व iP से ATP के निर्माण में उपयोग आती है, तथा जल अपघटन की क्रिया से प्राप्त H+ के NADP+ से जुड़ने से NADPH2 उत्पन्न होता है।Subscribe to our youtube channel!
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