Notes

आदर्श कृष्णिका वह पृष्ठ है जो अपनी आने वाली सभी रोशनी को अवशोषित करती है और किसी को भी प्रतिबिंबित नहीं करती है।

आदर्श कृष्णिका वह पृष्ठ है जो अपनी आने वाली सभी रोशनी को अवशोषित करती है और किसी को भी प्रतिबिंबित नहीं करती है। अवशोषक कृष्णिका में r = t = 0 होता है।