Notes

आनन तन्त्रिका का वितरण गर्दन, कर्ण, जीभ एवं निचला जबड़ा आदि में होता है।

आनन तन्त्रिका का वितरण गर्दन, कर्ण, जीभ एवं निचला जबड़ा आदि में होता है।