- Question:- तापायनिक उत्सर्जन क्या है?
- Question:- प्रकाश-वैद्युत् उत्सर्जन क्या है?
- Question:- द्वितीयक उत्सर्जन क्या है?
- Question:- क्षेत्रीय उत्सर्जन क्या है?
- Question:- तापायनिक ऊत्सर्जन क्या है?
- Question:- डायोड वाल्व क्या है?
- Question:- डायोड वाल्व का उपयोग (दिष्टकारी के रूप में) क्या है?
- Question:- ट्रायोड वाल्व क्या है?
- Question:- ऊर्जा बैण्ड क्या है?
- Question:- निज अर्द्धचालक क्या है?
- Question:- बाह्य अर्द्धचालक क्या है?
- Question:- p-n सन्धि डायोड क्या है?
- Question:- ट्रांजिस्टर क्या है?
- :- एक धातु पृष्ठ से इलेक्ट्रॉन का उत्सर्जन कितने विधियों द्वारा कराया जा सकता है?
- :- एक धातु पृष्ठ से इलेक्ट्रॉन का उत्सर्जन करने की विधियाँ कौन-कौन सी है?
- :- क्वथनांक क्या है?
- :- क्वथनांक किसे कहते है?
- :- वह ताप जिस पर द्रव के बूँद गैस में परिवर्तित हो जाते है, उस ताप को क्या कहते है?
- :- गलनांक क्या है?
- :- गलनांक किसे कहते है?
- :- वह ताप जिस पर पदार्थ ठोस अवस्था से तरल अवस्था में परिवर्तित हो जाते है, उस ताप को क्या कहते है?
- :- तापायनिक उत्सर्जन को एडीसन प्रभाव क्यों कहते है?
- :- एडीसन प्रभाव की खोज किसने की थी?
- :- एडीसन प्रभाव की खोज कब हुई थी?
- :- उत्सर्जन धारा घनत्व का मान ज्ञात करने का सूत्र क्या है?
- :- उभयनिष्ठ-आधार प्रवर्धक में प्राप्त लाभ कौन-कौन से है?
- :- उभयनिष्ठ-आधार प्रवर्धक में प्राप्त लाभों के नाम क्या है?
- :- उभयनिष्ठ-आधार प्रवर्धक में प्राप्त धारा-लाभ को किससे प्रदर्शित किया जाता है?
- :- उभयनिष्ठ-आधार प्रवर्धक में प्राप्त वोल्टेज-लाभ को किससे प्रदर्शित किया जाता है?
- :- उभयनिष्ठ-आधार प्रवर्धक में प्राप्त वोल्टेज-प्रवर्धन को किससे प्रदर्शित किया जाता है?
- :- उभयनिष्ठ-आधार प्रवर्धक में प्राप्त शक्ति-लाभ को किससे प्रदर्शित किया जाता है?
- :- उभयनिष्ठ-आधार प्रवर्धक में प्राप्त धारा-लाभ का मान ज्ञात करने का सूत्र क्या है?
- :- संग्राहक धारा में परिवर्तन को किससे प्रदर्शित किया जाता है?
- :- उत्सर्जक-धारा में परिवर्तन को किससे प्रदर्शित किया जाता है?
- :- उभयनिष्ठ-आधार प्रवर्धक में प्राप्त वोल्टेज-लाभ का मान ज्ञात करने का सूत्र क्या है?
- :- उभयनिष्ठ-आधार प्रवर्धक में प्राप्त शक्ति-लाभ का मान ज्ञात करने का सूत्र क्या है?
- :- उभयनिष्ठ-उत्सर्जक प्रवर्धक में प्राप्त लाभ कौन-कौन से है?
- :- उभयनिष्ठ-उत्सर्जक प्रवर्धक में प्राप्त धारा-लाभ को किससे प्रदर्शित किया जाता है?
- :- उभयनिष्ठ-उत्सर्जक प्रवर्धक में प्राप्त धारा-लाभ का मान कितना होता है?
- :- उभयनिष्ठ-उत्सर्जक प्रवर्धक में प्राप्त धारा-लाभ का मान ज्ञात करने का सूत्र क्या है?
- :- आधार-धारा में परिवर्तन को किससे प्रदर्शित किया जाता है?
- :- उभयनिष्ठ-उत्सर्जक प्रवर्धक में प्राप्त वोल्टेज-लाभ का मान ज्ञात करने का सूत्र क्या है?
- :- उभयनिष्ठ-उत्सर्जक प्रवर्धक में प्राप्त वोल्टेज-लाभ को किससे प्रदर्शित किया जाता है?
- :- उभयनिष्ठ-उत्सर्जक प्रवर्धक में प्राप्त शक्ति-लाभ का मान ज्ञात करने का सूत्र क्या है?
- :- उभयनिष्ठ-उत्सर्जक प्रवर्धक में प्राप्त वोल्टेज-प्रवर्धन को किससे प्रदर्शित किया जाता है?
- :- वह युक्ति जो प्रत्यावर्ती धारा को दिष्ट धारा में परिवर्तित करता है, उस युक्ति को क्या कहते है?
- :- वह युक्ति जो प्रत्यावर्ती वोल्टेज को दिष्ट वोल्टेज में परिवर्तित करता है, उस युक्ति को क्या कहते है?
- :- अर्द्ध तरंग दिष्टकारी किसे कहते है?
- :- वह सरल दिष्टकारी जिसमें केवल एक ही डायोड होता है, उसे क्या कहते है?
- :- वह दिष्टकारी जो प्रत्यावर्ती धारा के केवल अर्द्धतरंग को ही दिष्ट धारा में परिवर्तित करता है, उसे क्या कहते है?
- :- वह दिष्टकारी जो प्रत्यावर्ती वोल्टेज के केवल अर्द्धतरंग को ही दिष्ट वोल्टेज में परिवर्तित करता है, उसे क्या कहते है?
- :- अर्द्ध तरंग दिष्टकारी में कितने डायोड होते है?
- :- पूर्ण तरंग दिष्टकारी किसे कहते है?
- :- वह सरल दिष्टकारी जिसमें दो डायोड होते है, उसे क्या कहते है?
- :- पूर्ण तरंग दिष्टकारी में कितने डायोड होते है?
- :- पूर्ण-तरंग दिष्टकरण के लिये कितने डायोड प्रयुक्त होते है?
- :- अर्द्ध-तरंग दिष्टकरण के लिये कितने डायोड प्रयुक्त होते है?
- :- वह दिष्टकारी जो प्रत्यावर्ती धारा के दोनों अर्द्धचक्रों को दिष्ट धारा में परिवर्तित करता है, उसे क्या कहते है?
- :- वह दिष्टकारी जो प्रत्यावर्ती वोल्टेज के दोनों अर्द्धचक्रों को दिष्ट वोल्टेज में परिवर्तित करता है, उसे क्या कहते है?
- :- ट्रांजिस्टर में कितने अर्द्धचालक होते है?
- :- ट्रांजिस्टर में उपस्थित अर्द्धचालकों के नाम क्या है?
- :- ट्रांजिस्टर कितने प्रकार के होते है?
- :- ट्रांजिस्टर का निर्माण किसके द्वारा होता है?
- :- p एवं n-प्रकार के अर्द्धचालकों के द्वारा किसका निर्माण होता है?
- :- ट्रांजिस्टर के प्रकारों के नाम क्या है?
- :- परिवर्धन वोल्टेज प्रवर्धन ज्ञात करने का सूत्र क्या है?
- :- लोड प्रतिरोध को किससे प्रदर्शित किया जाता है?
- :- ठोस पदार्थों में इलेक्ट्रॉनों की उच्चतम अनुमत ऊर्जाओं के बैण्ड को क्या कहते है?
- :- निरपेक्ष शून्य तापमान पर चालन बैण्ड में इलेक्ट्रॉनों द्वारा प्राप्त अधिकतम ऊर्जा-स्तर को क्या कहते है?
- :- निरपेक्ष शून्य तापमान पर चालन बैण्ड में इलेक्ट्रॉनों द्वारा प्राप्त अधिकतम ऊर्जा-स्तर की संगत ऊर्जा को क्या कहते है?
- :- प्रवर्धन गुणक (Amplification factor) किसे कहते है?
- :- प्लेट विभव में परिवर्तन तथा ग्रिड विभव में परिवर्तन के अनुपात को क्या कहते है?
- :- प्रवर्धन गुणक को किससे प्रदर्शित किया जाता है?
- :- प्रवर्धन गुणक का मान ज्ञात करने का सूत्र क्या है?
- :- प्लेट विभव में परिवर्तन को किससे प्रदर्शित किया जाता है?
- :- ग्रिड विभव में परिवर्तन को किससे प्रदर्शित किया जाता है?
- :- प्लेट प्रतिरोध का मान ज्ञात करने का सूत्र क्या है?
- :- अन्योन्य चालकता का मान ज्ञात करने का सूत्र क्या है?
- :- अन्योन्य चालकता को किससे प्रदर्शित किया जाता है?
- :- वाल्व नियतांकों में सम्बन्ध को किस सूत्र द्वारा दर्शाया जाता है?
- :- वह न्यूनतम ऊर्जा जो इलेक्ट्रॉन को संयोजी बैण्ड से चालन बैण्ड में स्थानान्तरण के लिये आवश्यक होती है, उस ऊर्जा को क्या कहते है?
- :- फर्मी ऊर्जा को किससे प्रदर्शित किया जाता है?
- :- ठोसों में ऊर्जा बैण्ड कौन-कौन से है?
- :- निज अर्द्धचालक किसे कहते है?
- :- वह शुद्ध अर्द्धचालक जिसमें कोई अपद्रव्य मिश्रित नहीं होता है, उस अर्द्धचालक को क्या कहते है?
- :- तापायनिक ऊत्सर्जन धारा घनत्व के लिए किसने समीकरण प्राप्त किया था?
- :- तापायनिक ऊत्सर्जन धारा घनत्व के लिए समीकरण ओ डबल्यू रिचर्डसन ने कब प्राप्त किया?
- :- तापायनिक ऊत्सर्जन धारा घनत्व के लिए प्राप्त समीकरण को क्या कहते है?
- :- तापायनिक ऊत्सर्जन धारा घनत्व के लिए प्राप्त समीकरण को रिचर्डसन समीकरण क्यों कहते है?
- :- तापायनिक ऊत्सर्जन धारा घनत्व के लिए प्राप्त समीकरण को रिचर्डसन-दुशमान समीकरण क्यों कहते है?
- :- तापायनिक ऊत्सर्जन धारा घनत्व का मात्रक क्या है?
- :- सर्वाधिक उपयोग में आने वाले तापायनिक उत्सर्जक कितने प्रकार के होते है?
- :- ऑक्साइड लेपित कैथोड का उपयोग क्या है?
- :- सामान्य वोल्टता पर उपयोग में आने वाले इलेक्ट्रॉनिक यंत्रों में किस तापायनिक उत्सर्जक का उपयोग किया जाता है?
- :- टंगस्टन का उपयोग क्या है?
- :- थोरियत टंगस्टन का उपयोग क्या है?
- :- डायोड वाल्व का निर्माण किस सिद्धान्त पर किया गया है?
- :- डायोड वाल्व का निर्माण किसके सिद्धान्त पर किया गया है?
- :- कौन-सी युक्ति वैद्युत धारा के मार्ग में वाल्व की तरह कार्य करती है?
- :- वह युक्ति जो वैद्युत धारा के मार्ग में वाल्व की तरह कार्य करती है, उस युक्ति को क्या कहते है?
- :- वह युक्ति जो धारा के प्रवाह को एक ही दिशा में होने देती है, उस युक्ति को क्या कहते है?
- :- कैथोड का कार्य क्या है?
- :- एनोड का कार्य क्या है?
- :- डायोड में प्लेट धारा को किससे प्रदर्शित किया जाता है?
- :- प्रत्यावर्ती धारा को दिष्ट धारा में बदलने की क्रिया को क्या कहते है?
- :- कार्य के अनुसार दिष्टकारी कितने प्रकार के होते है?
- :- जब परिपथ में कोई लोड प्रतिरोध नहीं लगाया जाता है तब प्राप्त अभिलक्षणिक वक्र को क्या कहते है?
- :- निर्गत वोल्टता एवं निवेशी वोल्टता के अनुपात को क्या कहते है?
- :- एक ट्रायोड का प्रवर्धन गुणक 20 है। इसका प्लेट प्रतिरोध 10 किलो-ओम है। इसकी अन्योन्य चालकता कितनी होगी?
- :- एक डायोड में अन्तराकाशी सीमित अवस्था में, प्लेट वोल्टता 400 वोल्ट व 200 वोल्ट पर, प्लेट धारा क्रमशः i1 व i2 हैं तो i1/i2 का अनुपात क्या होगा?
- :- किसी ट्रायोड वाल्व के एनोड तथा अन्योन्य अभिलक्षणिक वक्रों की प्रवणतायें 0.04 मिली ऐम्पियर/वोल्ट तथा 2.0 मिली ऐम्पियर/वोल्ट हैं। वाल्व का प्रवर्धन गुणक कितना होगा?
- :- एक ट्रायोड वाल्व का प्रवर्धन गुणक 50 है। यदि इसकी अन्योन्य चालकता 2 मिली-म्हो हो, तो इसके प्लेट अभिलक्षणिक वक्र की ढाल का मान कितना होगा?
- :- एक ट्रायोड वाल्व का प्रवर्धन गुणक 20 है तथा इसकी प्लेट 300 वोल्ट विभव पर है। प्लेट धारा को शून्य करने के लिये ग्रिड पर कितना विभव लगाना होगा?
- :- एक प्रयोग में, 240 वोल्ट पर एक डायोड में प्लेट पर संतृप्त धारा मिलती है। परन्तु, एक विद्यार्थी प्लेट-धारा को और अधिक बड़ाना चाहता है। यह सम्भव है यदि फिलामेन्ट-धारा कैसी कर दी जाये?
- :- ट्रायोड प्रवर्धक में निवेशी तथा निर्गत विभवों में कलान्तर कितना होगा?
- :- तीन प्रवर्धक, प्रत्येक का वोल्टेज प्रवर्धन 10, क्रमागत रूप से जोड़ दिये जाते हैं, तो कुल प्रवर्धन कितना होगा?
- :- चालक, विद्युतरोधी एवं अर्द्धचालकों में अन्तर का कारण क्या है?
- :- अर्द्धचालक में स्वतन्त्र इलेक्ट्रॉन प्राप्त करने के लिए उसमें मिलाया जाने वाला अपद्रव्य कैसा होता है?
- :- अर्द्धचालकों का प्रतिरोध ताप गुणांक कैसा होता है?
- :- 0 K ताप पर जर्मेनियम क्रिस्टल का वर्जित ऊर्जा अन्तराल कितना होता है?
- :- किस ताप पर जर्मेनियम क्रिस्टल का वर्जित ऊर्जा अन्तराल 0.72 eV होता है?
- :- सिलिकॉन का ऊर्जा अन्तराल 1.14 eV है। अधिकतम तरंगदैर्ध्य क्या होगी जिस पर सिलिकॉन, ऊर्जा का अवशोषण प्रारम्भ कर देगा?
- :- दो समरूप p-n सन्धियाँ एक बैटरी के साथ श्रेणी क्रम में तीन प्रकार से जोड़ी जा सकती है। इन सन्धियों के बीच किसमें विभवान्तर बराबर है?
- :- n-प्रारूपी अर्द्धचालक सिलिकॉन अर्द्धचालक का निम्नलिखित के साथ अपमिश्रण करके क्या बनाया जाता है?
- :- एक p-प्रारूपी के अर्द्धचालक में ग्राही स्तर संयोजकता बैण्ड से 57 meV ऊपर स्थित है। एक विवर उत्पन्न करने के लिए प्रकाश का आवश्यक अधिकतम तरंगदैर्ध्य कितना होगा?
- :- P और Q तारों का सामान्य (कक्ष) तापमान पर समान प्रतिरोध है। गर्म करने पर P का प्रतिरोध बढ़ता है और Q का घटता है। इससे क्या निष्कर्ष निकलता है?
- :- p-प्रकार के अर्द्धचालक में बहुसंख्यक तथा अल्पसंख्यक आवेश वाहक क्या होते है?
- :- p-n संधि डायोड के अग्र अभिनती तथा उत्क्रमित अभिनती व्यवस्था में प्रतिरोधों का अनुपात कितना होगा?
- :- उभयनिष्ठ-आधार प्रवर्धक में प्राप्त धारा-लाभ का मान कितना होता है?
- :- उभयनिष्ठ आधार विन्यास में ट्रांजिस्टर का धारा-लाभ 0.98 है। उत्सर्जक धारा में 5 मिली ऐम्पियर के परिवर्तन के संगत संग्राहक धारा में परिवर्तन का मान कितना होगा?
- :- उभयनिष्ठ उत्सर्जक प्रवर्धक में, निर्गत परिपथ का लोड प्रतिरोध, निवेशी के प्रतिरोध का 500 गुना है। यदि धारा लाभ का मान 49 है तो वोल्टेज-लाभ का मान कितना होगा?
- :- उभयनिष्ठ उत्सर्जक प्रवर्धक में, निर्गत परिपथ का लोड प्रतिरोध, निवेशी के प्रतिरोध का 500 गुना है। यदि धारा लाभ का मान 49 है तो शक्ति-लाभ का मान कितना होगा?
- :- उभयनिष्ठ उत्सर्जक प्रवर्धक में, निर्गत परिपथ का लोड प्रतिरोध, निवेशी के प्रतिरोध का 500 गुना है। यदि α = 0.98 है तो धारा-लाभ का मान कितना होगा?
- :- तापायनिक उत्सर्जन की समानता क्या है?
- :- सीधे गर्म किये जाने वाले कैथोड की तुलना में हम अन्योन्य गर्म किये जाने वाले कैथोड को प्राथमिकता क्यों देते है?
- :- स्थिर प्लेट विभव पर यदि ग्रिड को प्लेट के निकट लायें, तब ट्रायोड का प्रवर्धन गुणांक कैसा होगा?
- :- तापायनिक कैथोड के निर्माण के लिये प्रयोग किये गये पदार्थ कैसे होने चाहिए?
- :- विरूपण रहित प्रवर्धन प्राप्त करने के लिये, ग्रिड विभव को कहाँ समायोजित किया जाता है?
- :- प्रवर्धक का कार्य क्या है?
- :- ट्रायोड को प्रवर्धक के रूप में प्रयोग करते हुए, हम ग्रिड को धनात्मक क्यों नहीं रखना चाहिए?
- :- नियत आयाम की रेडियों तरंगें किसके द्वारा उत्पन्न की जा सकती है?
- :- एक ट्रायोड वाल्व का प्लेट प्रतिरोध 3000 ओम है तथा इसकी अन्योन्य चालकता 1.5 मिली ऐम्पियर/वोल्ट है। ट्रायोड का प्रवर्धन कितना होगा?