Notes

भ्रूणपोष का विकास …

भ्रूणपोष का विकास –
(1) भ्रूणपोष बीज का मुख्य भोज्य पदार्थ संग्राहक ऊतक है, यह प्राथमिक भ्रूणपोष केन्द्रक से विकसित होता है।
(2) आवृतबीजियों में भ्रूणपोष त्रिसंलयन के फलस्वरूप बनता है, इसलिए भ्रूणपोष त्रिगुणित होता है।
(3) भ्रूणपोष बढ़ते ही भ्रूण को पोषण देने लगता है।
(4) आवृतबीजी पौधों में विकास के आधार पर भ्रूणपोष निम्न प्रकार के होते हैं।
(i) केन्द्रकीय भ्रूणपोष (Nuclear Endosperm)
(ii) कोशिकीय भ्रूणपोष (Cellular Endosperm)
(iii) माध्यमिक भ्रूणपोष (Helobial Endosperm)