Notes

द्वैती प्रकृति का सिद्धान्त डी-ब्रोग्ली ने 1924 ईसवी में प्रतिपादित किया था जिसके अनुसार, “किसी द्वैती प्रकृति व्यक्त करने वाले द्रव्य का तरंग-दैर्ध्य गति में, उसके संवेग के व्युत्क्रमानुपाती होता है।”

द्वैती प्रकृति का सिद्धान्त डी-ब्रोग्ली ने 1924 ईसवी में प्रतिपादित किया था जिसके अनुसार, “किसी द्वैती प्रकृति व्यक्त करने वाले द्रव्य का तरंग-दैर्ध्य गति में, उसके संवेग के व्युत्क्रमानुपाती होता है।”
λ ∝ 1/p