Notes
जल चक्र (Water cycle) को जलीय चक्र के रूप में भी जाना जाता है …
जल चक्र (Water cycle) को जलीय चक्र के रूप में भी जाना जाता है एवं पृथ्वी पर जल का मुख्य स्त्रोत वर्षा है। यह पृथ्वी की सतह पर, ऊपर और नीचे पानी की निरंतर गति का वर्णन करता है। जलवाष्प संघनित होकर बादल, कोहरा व ओस में बदल जाती है, तथा अवक्षेपित (precipitate) होकर बारिश की बूँदों के रूप में दुबारा पृथ्वी पर पहुँचती है। जल चक्र को चार मुख्य चरणों में विभाजित किया जा सकता है –
(1) वाष्पीकरण (Evaporation)
(2) संघनन (Condensation)
(3) संग्रह (Collection)
(4) वर्षण (Precipitation)
Subscribe to our youtube channel!
Staying up to date on Question/Notes related to General knowledge, current affairs and are useful in Academic and Government Exams. More than 8000 video on our channel.
Subscribe