Notes

जल द्वारा अपरदन (Erosion by water) …

जल द्वारा अपरदन (Erosion by water) –
(1) परत अपरदन की क्रिया बहते पानी के कारण मिट्टी की परतों की हानि है।
(2) क्षुद्र सरिता अपरदन मिट्टी की गहरी नालिया है जिसका निर्माण बहते जल द्वारा मिट्टी के हट जाने से होता है।
(3) अवनलिका अपरदन एक क्रिया है जिसमें छोटी-छोटी अनेक नालियाँ एक स्थान पर मिलकर बड़ी नाली का निर्माण करती है।
(4) रिपेरियन अपरदन को नदी तटीय अपरदन के रूप में भी जाना जाता है। रिपेरियन अपरदन में बहते जल के द्वारा नदियों के किनारे की मिट्टी का अपरदन होता है।
(5) भूस्खलन अपरदन (Landslide erosion) क्रिया के दौरान ढलानों पर बहते पानी के कारण शैलों की विदरिकाओं में पानी भर जाता है।
(6) हिम अपरदन (Ice erosion) क्रिया के अन्तर्गत ग्लेशियर तथा पर्वत की चोटियों पर जमें बर्फ के टुकड़े या हिमखण्ड गर्मियों में खिसककर नीचे गिरने लगते हैं, जिसके कारण पहाड़ों की चट्टानों तथा उसके साथ उर्वर मृदा भी लुढ़ककर नीचे गिर पड़ती है।