Notes

कायिक प्रवर्धन चार प्रकार से होता है।

कायिक प्रवर्धन चार प्रकार से होता है।
(1) कर्तन (Cutting)
(2) रोपण (Grafting)
(3) गुटी लगाना (Air layering)
(4) दाब लगाना (Layering)