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कीटोन तथा ऐल्डिहाइड के निर्माण की विधियाँ …

कीटोन तथा ऐल्डिहाइड के निर्माण की विधियाँ –
(a) वसीय अम्लों को MnO की उपस्थिति में 300°C पर अभिकृत करने पर ऐल्डिहाइड एवं कीटोन का निर्माण होता है।
(b) जैम-डाइहैलाइड को जलीय KOH की उपस्थिति में जल-अपघटन करने पर ऐल्डिहाइड एवं कीटोन जैसे कार्बोनिल यौगिकों का निर्माण होता है।
(c) वसीय अम्लों के कैल्शियम लवणों के शुष्क आसवन द्वारा गर्म करने पर ऐल्डिहाइड एवं कीटोन का निर्माण होता है।
(d) ऐल्काइन यौगिक को हाइड्रोबोरेशन-ऑक्सीकरण विधि में अभिकृत करने पर ऐल्डिहाइड एवं कीटोन का निर्माण होता है।
(e) ऐल्कोहॉल को Na2Cr2O7 तथा H2SO4 की उपस्थिति में ऑक्सीकरण करने पर ऐल्डिहाइड एवं कीटोन का निर्माण होता है।
(f) असंतृप्त हाइड्रोकार्बन को O3 की उपस्थिति में ओजोनीकरण विधि में अभिकृत करने पर ऐल्डिहाइड एवं कीटोन का निर्माण होता है।
(g) ऐल्कीन, PdCl2, H2O को CuCl2 की उपस्थिति में वाकर प्रक्रम में अभिकृत करने पर ऐल्डिहाइड एवं कीटोन जैसे कार्बोनिल यौगिक का निर्माण होता है।
(h) ऐल्काइन को H2O, तनु H2SO4 तथा HgSO4 की उपस्थिति में हाइड्रेशन करने पर ऐल्डिहाइड एवं कीटोन का निर्माण होता है।
(i) ग्रिगनार्ड अभिकर्मक को ऐल्किल सायनाइड तथा H2O की उपस्थिति में अभिकृत करने पर ऐल्डिहाइड एवं कीटोन का निर्माण होता है।
(j) रोजेनमुण्ड अभिक्रिया द्वारा।
(k) स्टीफन विधि द्वारा।
(l) ऑक्सो प्रक्रम द्वारा।
(m) ऑपनियर ऑक्सीकरण द्वारा।
(n) ग्रिगनार्ड अभिकर्मक द्वारा।