Notes

कुल-मालवेसी …

कुल-मालवेसी –
(1) कुल-मालवेसी के अन्तर्गत आने वाले पादपों की जड़े शाखित एवं मूसला होती है।
(2) कुल-मालवेसी में उपस्थित पादपों का तना उद्वर्व, काष्ठीय, शाखित, गाँठदार, बेलनाकार एवं श्लेष्मयुक्त होता है।
(3) कुल-मालवेसी की पत्तियाँ सरल, एकान्तर, अनुपर्णी एवं जालिकावत् होती है।
(4) कुल-मालवेसी का पुष्पक्रम एकल कक्षस्थ या अग्रस्थ असीमाक्षी होती है।
(5) कुल-मालवेसी के फूल द्विलिंगी पंचतयी एवं त्रिज्यासममित अधोजात होते है।
(6) कुल-मालवेसी के बाह्य दलपुंज के 5 वाह्य दल जो स्वतंत्र व संयुक्त होते है।
(7) कुल-मालवेसी के फल सूखे कोष्ठविदारक सम्पुट या भिदुर होते है।