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मोनोहाइड्रिक ऐल्कोहॉल के निर्माण की विधियाँ …

मोनोहाइड्रिक ऐल्कोहॉल के निर्माण की विधियाँ –
(a) ऐल्किल हैलाइड को जलीय KOH या AgOH की उपस्थिति में जल-अपघटन विधि द्वारा मोनोहाइड्रिक ऐल्कोहॉल का निर्माण होता है।
(b) एस्टर को H2O की उपस्थिति में जल-अपघटन द्वारा मोनोहाइड्रिक ऐल्कोहॉल प्राप्त किया जाता है।
(c) ईथर को तनु H2SO4 की उस्थिति में जल-अपघटन विधि द्वारा मोनोहाइड्रिक ऐल्कोहॉल का निर्माण होता है।
(d) ऐल्कीन तथा H2SO4 की उपस्थिति में जल-योजन द्वारा मोनोहाइड्रिक ऐल्कोहॉल का निर्माण होता है।
(e) प्राथमिक ऐमीन तथा HNO2 की उपस्थिति में अभिक्रिया कराने पर मोनोहाइड्रिक ऐल्कोहॉल का निर्माण होता है।
(f) ऐल्डिहाइडों, कीटोनों, कार्बोक्सिलिक अम्लों, ऐनहाइड्राइडों, एस्टरों तथा अम्ल क्लोराइडों एवं Na + C2H5 की उपस्थिति में अभिक्रिया कराने पर मोनोहाइड्रिक ऐल्कोहॉल का निर्माण होता है।
(g) ग्रिगनार्ड अभिकर्मक तथा कार्बोनिल यौगिक की उपस्थिति में अभिक्रिया कराने पर मोनोहाइड्रिक ऐल्कोहॉल का निर्माण होता है।
(h) ऐल्कीन तथा CO एवं H2 को उच्च ताप व दाब को ऑक्सो-प्रक्रम द्वारा मोनोहाइड्रिक ऐल्कोहॉल का निर्माण होता है।
(i) Cr2O3 को 300°C पर औद्योगिक निर्माण द्वारा मोनोहाइड्रिक ऐल्कोहॉल प्राप्त किया जाता है।
(j) C12H22O11 तथा H2O एवं माल्टेस तथा जाइमेस की उपस्थिति में किण्वन अभिक्रिया द्वारा मोनोहाइड्रिक ऐल्कोहॉल का निर्माण होता है।