Notes

पराबैंगनी विकिरण – वह विकिरण जिसका तरंगदैर्ध्य 3600Å से कम होता है इसमें दृश्य विकिरण की अपेक्षा बहुत अधिक ऊर्जा होती है इसका उपयोग प्रिज्मों और लेन्सों को बनाने में होता है।

पराबैंगनी विकिरण – वह विकिरण जिसका तरंगदैर्ध्य 3600Å से कम होता है इसमें दृश्य विकिरण की अपेक्षा बहुत अधिक ऊर्जा होती है इसका उपयोग प्रिज्मों और लेन्सों को बनाने में होता है।