Notes

राज प्रशस्ति महाकाव्य की रचना रणछोड़ भट्ट तैलंग ने 1676 ई० में की थी।

राज प्रशस्ति महाकाव्य की रचना रणछोड़ भट्ट तैलंग ने 1676 ई० में की थी।