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समानान्तर अक्षों की प्रमेय …

समानान्तर अक्षों की प्रमेय – किसी पिंड का, किसी अक्ष के परितः जड़त्व आघूर्ण, उस योग के बराबर है जो पिंड के द्रव्यमान केन्द्र से गुजरने वाली समानान्तर अक्ष के परितः लिए गए जड़त्व आघूर्ण और पिंड के द्रव्यमान तथा दोनों अक्षों के बीच की दूरी के वर्ग के गुणनफल को जोड़ने से प्राप्त होता है। z एवं z’ दो समानान्तर अक्ष हैं जिनके बीच की दूरी a है। z-अक्ष पिंड के द्रव्यमान केन्द्र O से गुजरती है। तब समानान्तर अक्षों के प्रमेय के अनुसार,
Iz’ = Iz + Ma2
जहाँ Iz एवं Iz’ क्रमशः z एवं z’ अक्ष के परितः जड़त्व आघूर्ण हैं, M पिण्ड का द्रव्यमान है और a दोनों अक्षों के बीच की लम्बवत् दूरी है।