Notes

सामान्य ताप व दाब पर 1 मोल द्विपरमाणविक गैस को रूद्धोष्म रीति से संपीडित करके इसका आयतन आधा कर दिया जाता है, तब गैस पर किया गया कार्य 1815 जूल होगा।

सामान्य ताप व दाब पर 1 मोल द्विपरमाणविक गैस को रूद्धोष्म रीति से संपीडित करके इसका आयतन आधा कर दिया जाता है, तब गैस पर किया गया कार्य 1815 जूल होगा।