HI के तापीय वियोजन अभिक्रिया में अभिकारक की सान्द्रता उच्च होती है।
HI के तापीय वियोजन अभिक्रिया में अभिकारक की सान्द्रता कैसी होती है?
HI यौगिक के निर्माण की अभिक्रिया में अभिकारक की सान्द्रता उच्च होती है।
HI यौगिक के निर्माण की अभिक्रिया में अभिकारक की सान्द्रता कैसी होती है?
PCl5 के तापीय वियोजन अभिक्रिया में अभिकारक की सान्द्रता उच्च होती है।
PCl5 के तापीय वियोजन अभिक्रिया में अभिकारक की सान्द्रता कैसी होती है?
एक अभिकारक अणु की सान्द्रता पर निर्भर करने वाली अभिक्रिया को क्या कहते है?
एक अभिकारक अणु की सान्द्रता पर निर्भर करने वाली अभिक्रिया को प्रथम कोटि अभिक्रिया कहते है।
किसी अभिक्रिया में, अभिकारक की सान्द्रता क्रमशः दोगुना और तीन गुना करने पर अभिक्रिया की दर चार गुना और नौगुना पायी गयी, तो अभिक्रिया की कोटि 2 होगी।
किसी अभिक्रिया में, अभिकारक की सान्द्रता क्रमशः दोगुना और तीन गुना करने पर अभिक्रिया की दर चार गुना और नौगुना पायी गयी, तो अभिक्रिया की कोटि क्या होगी?
किसी प्रथम कोटि की अभिक्रिया में अभिकारक की सान्द्रता n गुना बढ़ाने पर अभिक्रिया का वेग n गुना हो जायेगा।
किसी प्रथम कोटि की अभिक्रिया में अभिकारक की सान्द्रता n गुना बढ़ाने पर अभिक्रिया का वेग कितना हो जायेगा?
जिन अभिक्रियाओं का वेग, अभिकारक अणुओं की सान्द्रता पर निर्भर नहीं करता, उस अभिक्रिया को क्या कहते है?
जिन अभिक्रियाओं का वेग, अभिकारक अणुओं की सान्द्रता पर निर्भर नहीं करता, उस अभिक्रिया को शून्य कोटि अभिक्रिया कहते है।
जिन रासायनिक अभिक्रियाओं का वेग, केवल एक अभिकारक अणु की सान्द्रता से प्रभावित होता है, उस अभिक्रिया को क्या कहते है?
जिन रासायनिक अभिक्रियाओं का वेग, तीन अभिकारक अणुओं की सान्द्रताओं पर निर्भर करता है, उसे क्या कहते है?
जिन रासायनिक अभिक्रियाओं का वेग, तीन अभिकारक अणुओं की सान्द्रताओं पर निर्भर करता है, उसे तृतीय कोटि अभिक्रिया कहते है।
जिन रासायनिक अभिक्रियाओं का वेग, तीन अभिकारक अणुओं की सान्द्रताओं से प्रभावित होता है, उसे क्या कहते है?
जिन रासायनिक अभिक्रियाओं का वेग, तीन अभिकारक अणुओं की सान्द्रताओं से प्रभावित होता है, उसे तृतीय कोटि अभिक्रिया कहते है।
तृतीय कोटि अभिक्रिया का वेग तीन अभिकारक अणुओं की सान्द्रता पर निर्भर करता है।
दो अभिकारक अणु की सान्द्रता पर निर्भर करने वाली अभिक्रिया को क्या कहते है?
दो अभिकारक अणु की सान्द्रता पर निर्भर करने वाली अभिक्रिया को द्वितीय कोटि अभिक्रिया कहते है।
द्वितीय कोटि अभिक्रिया दो अभिकारक अणु की सान्द्रता पर निर्भर करती है।
फॉस्फोरस पेन्टाक्लोराइड के तापीय वियोजन अभिक्रिया में अभिकारक की सान्द्रता उच्च होती है।
फॉस्फोरस पेन्टाक्लोराइड के तापीय वियोजन अभिक्रिया में अभिकारक की सान्द्रता कैसी होती है?
बर्कलैण्ड-आइड विधि द्वारा NO के निर्माण की अभिक्रिया में अभिकारक की सान्द्रता उच्च होती है।
बर्कलैण्ड-आइड विधि द्वारा NO के निर्माण की अभिक्रिया में अभिकारक की सान्द्रता कैसी है?
वह रासायनिक अभिक्रिया जिसका वेग एक अभिकारक के अणु की सान्द्रता बढ़ने पर या घटने पर प्रभावित होती है, उस अभिक्रिया को प्रथम कोटि अभिक्रिया कहते है।
वे अभिक्रिया जिसका वेग दो अभिकारक अणु की सान्द्रता पर निर्भर करता है, उसे द्वितीय कोटि अभिक्रिया कहते है।
सम्पर्क विधि द्वारा SO3 के निर्माण की अभिक्रिया में अभिकारक की सान्द्रता उच्च होती है।
सम्पर्क विधि द्वारा सल्फर ट्राइऑक्साइड के निर्माण की अभिक्रिया में अभिकारक की सान्द्रता उच्च होती है।
सम्पर्क विधि द्वारा सल्फर ट्राइऑक्साइड के निर्माण की अभिक्रिया में अभिकारक की सान्द्रता कैसी होती है?
हाइड्रोजन आयोडाइड के तापीय वियोजन अभिक्रिया में अभिकारक की सान्द्रता उच्च होती है।
हाइड्रोजन आयोडाइड के तापीय वियोजन अभिक्रिया में अभिकारक की सान्द्रता कैसी होती है?
हाइड्रोजन आयोडाइड के निर्माण की अभिक्रिया में अभिकारक की सान्द्रता उच्च होती है।
हाइड्रोजन आयोडाइड के निर्माण की अभिक्रिया में अभिकारक की सान्द्रता कैसी होती है?
हैबर विधि से NH3 के निर्माण की अभिक्रिया में अभिकारक की सान्द्रता उच्च होती है।
हैबर विधि से NH3 के निर्माण की अभिक्रिया में अभिकारक की सान्द्रता कैसी होती है?
हैबर विधि से अमोनिया के निर्माण की अभिक्रिया में अभिकारक की सान्द्रता उच्च होती है।