अभिक्रिया की दर

अभिकारकों की सान्द्रता में वृद्धि से अभिक्रिया की दर कैसी होती है?

अभिकारकों की सान्द्रता में वृद्धि से अभिक्रिया की दर बढ़ती है।

अभिक्रिया की दर में वृद्धि से अभिक्रिया की सान्द्रता कैसी होती है?

अभिक्रिया की दर में वृद्धि से अभिक्रिया की सान्द्रता बढ़ती है।

अभिक्रिया, 2A + B → उत्पाद, में B की सक्रिय संहति स्थिर कर दी जाए और A की सक्रिय संहति दोगुनी कर दी जाए, तो अभिक्रिया की दर कैसी हो जाएगी?

अभिक्रिया, 2A + B → उत्पाद, में B की सक्रिय संहति स्थिर कर दी जाए और A की सक्रिय संहति दोगुनी कर दी जाए, तो अभिक्रिया की दर चार गुना बढ़ जाएगी।

अभिक्रिया, A + 2B → C + 2D के लिए दर नियम क्या होगा?

उत्प्रेरक अभिक्रिया की दर को किस प्रकार बढ़ाता है?

उत्प्रेरक अभिक्रिया की दर को सक्रिय ऊर्जा को कम करके बढ़ाता है।

उत्प्रेरक सक्रिय ऊर्जा को कम करके अभिक्रिया की दर बढ़ाता है।

ऋणात्मक उत्प्रेरक (negative catalyst) उस उत्प्रेरक को कहते है जो अभिक्रिया की दर को घटाता है।

ऋणात्मक उत्प्रेरक (negative catalyst) वह उत्प्रेरक है जो अभिक्रिया की दर को घटाता है।

ऋणात्मक उत्प्रेरण (Negative catalysis) उस प्रक्रम को कहते है जिसके अन्तर्गत अभिक्रिया में उपस्थित उत्प्रेरक अभिक्रिया की दर को घटा देते है।

किसी अभिक्रिया में, अभिकारक की सान्द्रता क्रमशः दोगुना और तीन गुना करने पर अभिक्रिया की दर चार गुना और नौगुना पायी गयी, तो अभिक्रिया की कोटि क्या होगी?

धनात्मक उत्प्रेरक (positive catalyst) उस उत्प्रेरक को कहते है जो अभिक्रिया की दर को बढ़ाता है।

धनात्मक उत्प्रेरक (positive catalyst) वह उत्प्रेरक है जो अभिक्रिया की दर को बढ़ाता है।

यदि अभिक्रिया, 2A + B → A2B, में A का सान्द्रण दोगुना तथा B का सान्द्रण आधा कर दिया जाए तो अभिक्रिया की दर कैसी हो जाएगी?

यदि अभिक्रिया, 2A + B → A2B, में A का सान्द्रण दोगुना तथा B का सान्द्रण आधा कर दिया जाए तो अभिक्रिया की दर दोगुना अधिक हो जाएगी।

वह उत्प्रेरक जो अभिक्रिया की दर को घटाता है, उसे ऋणात्मक उत्प्रेरक (negative catalyst) कहते है।

वह उत्प्रेरक जो अभिक्रिया की दर को घटाता है, उसे क्या कहते है?

वह उत्प्रेरक जो अभिक्रिया की दर को बढ़ाता है, उसे क्या कहते है?

वह उत्प्रेरक जो अभिक्रिया की दर को बढ़ाता है, उसे धनात्मक उत्प्रेरक (positive catalyst) कहते है।

वह पदार्थ जो किसी रासायनिक अभिक्रिया की दर को प्रभावित करते है, उन पदार्थों को उत्प्रेरक (catalyst) कहते है।

वह पदार्थ जो किसी रासायनिक अभिक्रिया की दर को प्रभावित करते है, उन पदार्थों को क्या कहते है?

वह पदार्थ जो किसी रासायनिक अभिक्रिया की दर को बढ़ा देते है, उन पदार्थों को क्या कहते है?

वह प्रक्रम जिसके अन्तर्गत अभिक्रिया में उपस्थित उत्प्रेरक अभिक्रिया की दर को घटा देते है, उसे ऋणात्मक उत्प्रेरण (Negative catalysis) कहते है।

वह प्रक्रम जिसके अन्तर्गत अभिक्रिया में उपस्थित उत्प्रेरक अभिक्रिया की दर को घटा देते है, उसे क्या कहते है?

वह प्रक्रम जिसमें उपस्थित उत्प्रेरक अभिक्रिया की दर में वृद्धि कर देते है, उसे क्या कहते है?

वह प्रक्रम जिसमें उपस्थित उत्प्रेरक अभिक्रिया की दर में वृद्धि कर देते है, उसे धनात्मक उत्प्रेरण (Positive Catalysis) कहते है।

सक्रिय द्रव्यमान के नियम के अनुसार रासायनिक अभिक्रिया की दर अभिकारक के सक्रिय द्रव्यमान के समानुपाती होती है।

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