अमीबीय गति अवपंक कवक में जीवद्रव्य का नग्न पुंज अमीबा के समान पादाभ द्वारा आगे बढ़ता है।
अमीबीय गति क्या है?
स्वतः चलन गतियाँ चार प्रकार की होती है।