अर्द्धसूत्री विभाजन

अर्द्धसूत्री विभाजन की खोज सर्वप्रथम वीजमैन नामक वैज्ञानिक ने की। अर्द्धसूत्री विभाजन में गुणसूत्रों का द्विगुणन केवल एक बार होता है। इसके परिणामस्वरूप चार अगुणित संतति कोशिकाएँ बनती हैं।

अर्द्धसूत्री विभाजन की सबसे बड़ी अवस्था कौन-सी है?

अर्द्धसूत्री विभाजन की सबसे बड़ी अवस्था प्रथम पूर्वावस्था (Prophase-I) है।

अर्द्धसूत्री विभाजन क्या है?

एनाफेस-I केन्द्रक विभाजन के अर्द्धसूत्री विभाजन की एक अवस्था है

कोशिका विभाजन (Cell Division) …

टेलोफेस-I कोशिका के अर्द्धसूत्री विभाजन में पूर्ण होने वाली अवस्था है जिसमें कोशिका में उपस्थित केन्द्रिका तथा केन्द्रक कला प्रदर्शित हो जाते है।

न्यूनकारी विभाजन (reduction division) …

प्रथम अन्त्यावस्था (Telophase-I) कोशिका के अर्द्धसूत्री विभाजन में पूर्ण होने वाली अवस्था है जिसमें कोशिका में उपस्थित केन्द्रिका तथा केन्द्रक कला प्रदर्शित हो जाते है।

प्रथम मध्यावस्था (Metaphase-I) अर्द्धसूत्री विभाजन की एक प्रक्रिया है जिसमें तुर्क उपकरण का निर्माण होता है तथा तुर्क तन्तु गुणसूत्रों के सेन्ट्रोमीयर से संयुक्त हो जाते है।

मिओसिस …

मिओसिस-I …

विषमकारी विभाजन (heterotypic division) …

समकारी अर्द्धसूत्री विभाजन (Homotypic meiosis) …

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