अर्द्ध-तरंग दिष्टकारी

अर्द्ध तरंग दिष्टकारी उस सरल दिष्टकारी को कहते है जिसमें केवल एक ही डायोड होता है।

अर्द्ध तरंग दिष्टकारी किसे कहते है?

अर्द्ध तरंग दिष्टकारी क्या है?

अर्द्ध तरंग दिष्टकारी प्रत्यावर्ती धारा की केवल अर्द्धतरंग को ही दिष्ट धारा में रूपान्तरित करता है। अर्द्ध तरंग दिष्टकारी परिपथ परिवर्तन के लिए केवल एक डायोड का उपयोग करता है।

अर्द्ध तरंग दिष्टकारी में उर्मिका गुणांक का मान 1.21 होता है।

अर्द्ध तरंग दिष्टकारी में उर्मिका गुणांक का मान कितना होता है?

अर्द्ध तरंग दिष्टकारी में एक डायोड होता है।

अर्द्ध तरंग दिष्टकारी में कितने डायोड होते है?

अर्द्ध-तरंग दिष्टकारी क्या है?

अर्द्ध-तरंग दिष्टकारी प्रत्यावर्ती धारा के केवल अर्द्धतरंग को ही दिष्ट धारा में परिवर्तित करता है। अर्द्ध-तरंग दिष्टकारी में धारा परिवर्तन के लिए केवल एक डायोड का उपयोग किया जाता है।

कार्य के अनुसार दिष्टकारी दो प्रकार का होता है।

कार्य के अनुसार दिष्टकारी दो प्रकार के होते है।

दिष्टकारी को 2 वर्गों में बाँटा जा सकता है।

दिष्टकारी दो प्रकार का होता है।

दिष्टकारी दो प्रकार की होती है।

वह दिष्टकारी जो प्रत्यावर्ती धारा के केवल अर्द्धतरंग को ही दिष्ट धारा में परिवर्तित करता है, उसे अर्द्ध तरंग दिष्टकारी कहते है।

वह दिष्टकारी जो प्रत्यावर्ती वोल्टेज के केवल अर्द्धतरंग को ही दिष्ट वोल्टेज में परिवर्तित करता है, उसे अर्द्ध तरंग दिष्टकारी कहते है।

वह सरल दिष्टकारी जिसमें केवल एक ही डायोड होता है, उसे अर्द्ध तरंग दिष्टकारी कहते है।

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