अर्द्ध-ध्रुवीय बन्ध उस बन्ध को कहते है जिसमें इलेक्ट्रॉन देने वाले परमाणु पर आंशिक धनावेश एवं इलेक्ट्रॉन ग्रहण करने वाले परमाणु पर आंशिक ऋणावेश आ जाता है।
अर्द्ध-ध्रुवीय बन्ध किसे कहते है?
अर्द्ध-ध्रुवीय बन्ध क्या है?
अर्द्ध-ध्रुवीय बन्ध वह रासायनिक बन्ध है जिसका निर्माण तब होता जब इलेक्ट्रॉन त्यागने वाले परमाणु पर आंशिक धनावेश तथा इलेक्ट्रॉन ग्रहण करने वाले परमाणु पर आंशिक ऋणावेश उत्पन्न हो जाता है।
वह बन्ध जिसमें इलेक्ट्रॉन देने वाले परमाणु पर आंशिक धनावेश एवं इलेक्ट्रॉन ग्रहण करने वाले परमाणु पर आंशिक ऋणावेश आ जाता है, उस बन्ध को अर्द्ध-ध्रुवीय बन्ध (semi-polar bond) कहते है।