ऐस्कैरिस को रोगी का आंत्र से बाहर निकालने के लिए चीनोपोडियम के तेल का प्रयोग किया जाता है।
छोटी आंत्र 2.5 सेमी मोटी होती है।
छोटी आंत्र तीन भागों में बँटी होती है।
पेयर के चकते लसिका की गाँठे है जो छोटी आंत्र की सबम्यूकोसा में जगह-जगह पर पायी जाती है।
बड़ी आंत्र 6 से 7 मीटर मोटी होती है।
बड़ी आंत्र कितनी मोटी होती है?
बड़ी आंत्र कितने भागों में बँटी होती है?
बड़ी आंत्र की लम्बाई कितनी होती है?
बड़ी आंत्र तीन भागों में बँटी होती है।
लैक्टियल्स आंत्र की विलाई में पायी जाती है।