5.0 सेमी चौड़े एक रेखा छिद्र को 1.0 सेमी तरंगदैर्ध्य की सूक्ष्म तरंगों द्वारा लम्बवत् प्रदीप्त किया जाता है। तब केन्द्रीय दीप्त का आपतित प्रकाश के दोनों ओर कोणीय प्रसार 1/5 रेडियन होगा।
एक प्रकाश संवेदी प्लेट पर आपतित प्रकाश की आवृत्ति दोगुनी कर दी जाये तो उत्सर्जित प्रकाश इलेक्ट्रॉनों की गतिज ऊर्जा कितनी हो जायेगी?
एक प्रकाश संवेदी प्लेट पर आपतित प्रकाश की आवृत्ति दोगुनी कर दी जाये तो उत्सर्जित प्रकाश इलेक्ट्रॉनों की गतिज ऊर्जा दोगुनी से अधिक हो जायेगी।
एक प्रकाश-वैद्युत प्रयोग में 4000 Å के आपतित प्रकाश के लिये निरोधी विभव 2 वोल्ट है। यदि आपतित प्रकाश बदलकर 3000 Å का कर दिया जाये, तो निरोधी विभव कितना होगा?
प्रकाश-वैद्युत प्रयोग में, v आवृत्ति के आपतित प्रकाश के विरूद्ध निरोधी विभव Vs लगाया जाता है। परिणामी वक्र v-अक्ष से θ कोण बनाती हुई एक सरल रेखा है तो tanθ h/e होगा …
प्रतिदीप्त में उत्सर्जित प्रकाश की तरंगदैर्ध्य आपतित प्रकाश की तरंगदैर्ध्य के सापेक्ष कैसी होती है?
प्रतिदीप्त में उत्सर्जित प्रकाश की तरंगदैर्ध्य आपतित प्रकाश की तरंगदैर्ध्य के सापेक्ष बड़ी होती है।