आपेक्षित कण

माना एक धनात्मक आयन का द्रव्यमान m, आवेश e तथा वेग v हैं। वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता E है। तो आपेक्षित कण पर बल F= eE होगा।

Subjects

Tags