रासायनिक अभिक्रिया को दो भागों में विभक्त किया गया है।
वह उत्क्रमणीय अभिक्रियाएँ जिसमें संतुलन की स्थिति में एक से अधिक चरणों में घटक होती हैं, ऐसी अभिक्रियाएँ को विषमांगी उत्क्रमणीय अभिक्रियाएँ कहा जाता है। इनमें अभिकारक तथा उत्पाद मिलकर दो या अधिक प्रावस्था बनाते हैं।