उभयफलोयमी क्या है?
उभयफलोयमी में जाइलम ऊतक खोखले बेलन के रूप में तथा पौधें के बीच में पिथ तथा जाइलम ऊतक के दोनों ओर फ्लोयम ऊतक होता है।