12 फरवरी, 2021 को तमिलनाडु सरकार ने किसानों की 12,110 करोड़ रूपये के फसल ऋण को माफ किया है एवं 14 घंटे की तीन फेज मुफ्त बिजली दिये जाने की घोषणा की है।
पागलपंथी विद्रोह का कारण छोटे किसानों पर अत्याचार था।
ब्रिटिश शासन के स्थाई बंदोबस्त व्यवस्था में किसानों का भूमि संबंधी अधिकार समाप्त कर, जमींदारों को भूमि मालिक बनाया गया था।