काउपर ग्रन्थियों का कार्य क्षारीय द्रव का स्त्रावण करना है जिससे शुक्राणु सुरक्षित एवं नारी की योनि का स्नेहन होता है।
काउपर ग्रन्थियों द्वारा क्षारीय द्रव का स्त्रावण होता है।
प्रोस्टेट ग्रन्थि द्वारा क्षारीय द्रव का स्त्रावण होता है।
बल्बोयूरेथ्रल ग्रन्थियों द्वारा क्षारीय द्रव का स्त्रावण होता है।
मूत्रमार्ग काउपर ग्रन्थियों द्वारा स्त्रावित क्षारीय द्रव के कारण क्षारीय होता है।
वीर्य के मुख्य भाग का निर्माण प्रोस्टेट ग्रन्थि द्वारा स्त्रावित क्षारीय द्रव के द्वारा होता है।