Ga का परिष्करण क्षेत्र-परिष्करण विधि द्वारा होता है।
Ga का शोधन क्षेत्र-परिष्करण विधि द्वारा होता है।
Ga को उच्च शुद्धता में प्राप्त करने के लिए क्षेत्र-परिष्करण विधि का प्रयोग किया जाता है।
Ge का परिष्करण क्षेत्र-परिष्करण विधि द्वारा होता है।
Ge का शुद्धिकरण क्षेत्र-परिष्करण विधि द्वारा होता है।
Ge का शोधन क्षेत्र-परिष्करण विधि द्वारा होता है।
Ge को उच्च शुद्धता में प्राप्त करने के लिए क्षेत्र-परिष्करण विधि का प्रयोग किया जाता है।
Si का परिष्करण क्षेत्र-परिष्करण विधि द्वारा होता है।
Si का शुद्धिकरण क्षेत्र-परिष्करण विधि द्वारा होता है।
Si का शोधन क्षेत्र-परिष्करण विधि द्वारा होता है।
Si को उच्च शुद्धता में प्राप्त करने के लिए क्षेत्र-परिष्करण विधि का प्रयोग किया जाता है।
क्षेत्र परिष्करण द्वारा कैसे धातु प्राप्त होते है?
क्षेत्र परिष्करण द्वारा पराशुद्ध धातु प्राप्त होते है।
क्षेत्र परिष्करण विधि से क्या प्राप्त होता है?
क्षेत्र परिष्करण विधि से पराशुद्ध धातुएँ प्राप्त होती है।
क्षेत्र-परिष्करण (Zone refining) क्या है?
क्षेत्र-परिष्करण (Zone refining) धातुओं के शोधन की एक अत्यन्त उपयोगी विधि है जिससे धातु एवं अर्द्धचालकों का शुद्ध रूप प्राप्त होता है …
क्षेत्र-परिष्करण का उपयोग Ge, Si एवं Ga को उच्च शुद्धता में प्राप्त करने के लिए किया जाता है।
क्षेत्र-परिष्करण का उपयोग क्या है?
क्षेत्र-परिष्करण विधि का प्रयोग किन तत्वों के परिष्करण के लिए किया जाता है?
क्षेत्र-परिष्करण विधि का प्रयोग किन तत्वों के शोधन के लिए किया जाता है?
क्षेत्र-परिष्करण विधि का प्रयोग किन तत्वों को उच्च शुद्धता में प्राप्त करने के लिए किया जाता है?
क्षेत्र-परिष्करण विधि का प्रयोग सिलिकॉन, जर्मेनियम एवं गैलियम तत्वों के परिष्करण के लिए किया जाता है।
क्षेत्र-परिष्करण विधि का प्रयोग सिलिकॉन, जर्मेनियम एवं गैलियम तत्वों के शोधन के लिए किया जाता है।
क्षेत्र-परिष्करण विधि का प्रयोग सिलिकॉन, जर्मेनियम एवं गैलियम तत्वों को उच्च शुद्धता में प्राप्त करने के लिए किया जाता है।
क्षेत्र-परिष्करण विधि किसपर निर्भर करती है?
क्षेत्र-परिष्करण विधि जर्मेनियम, सिलिकॉन एवं गैलियम धातुओं का शुद्धिकरण होता है।
क्षेत्र-परिष्करण विधि द्वारा किन धातुओं का परिष्करण होता है?
क्षेत्र-परिष्करण विधि द्वारा किन धातुओं का शोधन होता है?
क्षेत्र-परिष्करण विधि द्वारा जर्मेनियम, सिलिकॉन एवं गैलियम धातुओं का परिष्करण होता है।
क्षेत्र-परिष्करण विधि द्वारा जर्मेनियम, सिलिकॉन एवं गैलियम धातुओं का शोधन होता है।
क्षेत्र-परिष्करण विधि धातु की गलित तथा ठोस अवस्था में अशुद्धियों की विलेयता में अन्तर पर निर्भर करती है।
गैलियम का परिष्करण क्षेत्र-परिष्करण विधि द्वारा होता है।
गैलियम का शोधन क्षेत्र-परिष्करण विधि द्वारा होता है।
गैलियम को उच्च शुद्धता में प्राप्त करने के लिए क्षेत्र-परिष्करण विधि का प्रयोग किया जाता है।
जर्मेनियम का परिष्करण क्षेत्र-परिष्करण विधि द्वारा होता है।
जर्मेनियम का शोधन क्षेत्र-परिष्करण विधि द्वारा होता है।
जर्मेनियम को उच्च शुद्धता में प्राप्त करने के लिए क्षेत्र-परिष्करण विधि का प्रयोग किया जाता है।
पराशुद्ध धातु क्षेत्र-परिष्करण विधि द्वारा होते है।
सिलिकॉन का परिष्करण क्षेत्र-परिष्करण विधि द्वारा होता है।
सिलिकॉन का शोधन क्षेत्र-परिष्करण विधि द्वारा होता है।
सिलिकॉन को उच्च शुद्धता में प्राप्त करने के लिए क्षेत्र-परिष्करण विधि का प्रयोग किया जाता है।