गैस के दो मोल में रूद्धोष्म परिवर्तन द्वारा गैस की आन्तरिक ऊर्जा 2 जूल से कम हो जाती है, प्रक्रम में गैस पर किया गया कार्य -2 जूल होगा।
गैस के दो मोल में रूद्धोष्म परिवर्तन द्वारा गैस की आन्तरिक ऊर्जा 2 जूल से कम हो जाती है, प्रक्रम में गैस पर किया गया कार्य क्या होगा?
सामान्य ताप व दाब पर 1 मोल द्विपरमाणविक गैस को रूद्धोष्म रीति से संपीडित करके इसका आयतन आधा कर दिया जाता है, तब गैस पर किया गया कार्य क्या होगा?