किसी स्थान पर अपने गुरूत्व केन्द्र से स्वतन्त्रतापूर्वक लटकी चुम्बकीय सुई की अक्ष से गुजरने वाले ऊर्ध्वाधर तल को चुम्बकीय याम्योत्तर (Magnetic Meridian) कहते है।
चुम्बकीय याम्योत्तर (Magnetic Meridian) किसी स्थान पर अपने गुरूत्व केन्द्र से स्वतन्त्रतापूर्वक लटकी चुम्बकीय सुई की अक्ष से गुजरने वाले ऊर्ध्वाधर तल को कहते है।
चुम्बकीय याम्योत्तर (Magnetic Meridian) किसे कहते हैं?
चुम्बकीय याम्योत्तर (Magnetic Meridian) क्या है?
चुम्बकीय याम्योत्तर (Magnetic Meridian) पृथ्वी की सतह पर एक रेखा है जो उत्तरी और दक्षिणी चुंबकीय ध्रुवों से होकर गुजरने वाले एक बड़े वृत्त का अनुमान लगाती है।
चुम्बकीय याम्योत्तर एक काल्पनिक रेखा है, जो स्वतंत्र रूप से लटकाये गये चुम्बक के ध्रुवों से होकर गुजरती है।
चुम्बकीय याम्योत्तर क्या है?
चुम्बकीय याम्योत्तर तथा भौगोलिक याम्योत्तर के बीच के न्यून कोण को क्या कहते है?
चुम्बकीय याम्योत्तर तथा भौगोलिक याम्योत्तर के बीच के न्यून कोण को दिक्पात कोण कहते है।
जब एक चुम्बक को चुम्बकीय याम्योत्तर से 30° के कोण पर लटकाया जाता है तो यह क्षैतिज से 45° का कोण बनाता है, तो वास्तविक नमन कोण का मान …
जब एक चुम्बक को चुम्बकीय याम्योत्तर से 30° के कोण पर लटकाया जाता है तो यह क्षैतिज से 45° का कोण बनाता है, तो वास्तविक नमन कोण का मान कितना होगा?
दिक्पात कोण चुम्बकीय याम्योत्तर तथा भौगोलिक याम्योत्तर के बीच के न्यून कोण को कहते है।