चुम्बकीय सुई

एक चुम्बकीय सुई का किसी चुम्बकीय क्षेत्र में दोलनकाल 1 सेकण्ड है। यदि सुई की लम्बाई काटकर आधी कर दें तो उसका दोलनकाल 0.5 सेकण्ड होगा।

एक चुम्बकीय सुई का किसी चुम्बकीय क्षेत्र में दोलनकाल 1 सेकण्ड है। यदि सुई की लम्बाई काटकर आधी कर दें तो उसका दोलनकाल कितना होगा?

एक चुम्बकीय सुई चुम्बकीय क्षेत्र के समान्तर स्थित है, इसको 60° घुमाने में W कार्य करना पड़ता है। इसी अवस्था में बने रहने के लिए आवश्यक बल आघूर्ण √3 W होगा।

एक चुम्बकीय सुई चुम्बकीय क्षेत्र के समान्तर स्थित है, इसको 60° घुमाने में W कार्य करना पड़ता है। इसी अवस्था में बने रहने के लिए आवश्यक बल आघूर्ण कितना होगा?

एक लघु चुम्बकीय सुई को 1 टेसला के चुम्बकीय क्षेत्र में कीलकित किया गया है …

एक लघु चुम्बकीय सुई को 1 टेसला के चुम्बकीय क्षेत्र में कीलकित किया गया है। जब एक √3 टेसला के अन्य चुम्बकीय क्षेत्र को चुम्बकीय सुई पर, लम्बवत् दिशा में लगाया जाता है है तो सुई θ कोण से विक्षेपित हो जाती है, तो θ का मान क्या होगा?

एक लम्बी चुम्बकीय सुई जिसकी लम्बाई 2L, चुम्बकीय आघूर्ण M व ध्रुव प्राबल्यता m इकाई है, मध्य में से दो भागों में टूट जाती है। प्रत्येक टुकड़े का चुम्बकीय आघूर्ण M/2 होगा।

एक लम्बी चुम्बकीय सुई जिसकी लम्बाई 2L, चुम्बकीय आघूर्ण M व ध्रुव प्राबल्यता m इकाई है, मध्य में से दो भागों में टूट जाती है। प्रत्येक टुकड़े का चुम्बकीय आघूर्ण कितना होगा?

एक लम्बी चुम्बकीय सुई जिसकी लम्बाई 2L, चुम्बकीय आघूर्ण M व ध्रुव प्राबल्यता m इकाई है, मध्य में से दो भागों में टूट जाती है। प्रत्येक टुकड़े का ध्रुव प्राबल्यता m होगी।

एक लम्बी चुम्बकीय सुई जिसकी लम्बाई 2L, चुम्बकीय आघूर्ण M व ध्रुव प्राबल्यता m इकाई है, मध्य में से दो भागों में टूट जाती है। प्रत्येक टुकड़े का ध्रुव प्राबल्यता कितनी होगी?

किसी स्थान पर अपने गुरूत्व केन्द्र से स्वतन्त्रतापूर्वक लटकी चुम्बकीय सुई की अक्ष से गुजरने वाले ऊर्ध्वाधर तल को क्या कहते है?

किसी स्थान पर अपने गुरूत्व केन्द्र से स्वतन्त्रतापूर्वक लटकी चुम्बकीय सुई की अक्ष से गुजरने वाले ऊर्ध्वाधर तल को चुम्बकीय याम्योत्तर (Magnetic Meridian) कहते है।

जब एक चुम्बकीय सुई को एक असमान चुम्बकीय क्षेत्र में रखा जाता है, तो वह एक बल और एक बल आघूर्ण का अनुभव करती है।

जब एक चुम्बकीय सुई को एक असमान चुम्बकीय क्षेत्र में रखा जाता है, तो वह किसका अनुभव करती है?

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