द्वितियक तरंगिकाएँ (secondary wavelets) हाइगेन्स के सिद्धान्त अनुसार वह नई तरंग है जो तरंगाग्र पर स्थित माध्यम का प्रत्येक कण एक नए तरंग स्त्रोत का कार्य करता है, जिससे नई तरंगें सभी दिशाओं में निकलती है।