पदार्थ की चतुर्थ अवस्था एक उच्च आयनित गैस है जिसमें मुक्त इलेक्ट्रॉनों की संख्या धनात्मक आयनों की संख्या के समान रहती है। ये तारों के वातावरण में तथा ताप नाभिकीय अभिक्रियाओं में पाया जाता है।
माना एक धनात्मक आयन का द्रव्यमान m, आवेश e तथा वेग v हैं। वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता E है। तो आपेक्षित कण पर बल कितना होगा?
माना एक धनात्मक आयन का द्रव्यमान m, आवेश e तथा वेग v हैं। वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता E है। तो कण के त्वरण का मान …
माना एक धनात्मक आयन का द्रव्यमान m, आवेश e तथा वेग v हैं। वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता E है। तो कण के त्वरण का मान कितना होगा?