5000 Å तरंगदैर्ध्य और I तीव्रता वाले प्रकाश की उपस्थिति में प्रकाश वैद्युत संतृप्त धारा 0.4 µA तथा निरोधी विभव 1.36 V है। धातु का कार्य-फलन 1.1 eV होगा।
5000 Å तरंगदैर्ध्य और I तीव्रता वाले प्रकाश की उपस्थिति में प्रकाश वैद्युत संतृप्त धारा 0.4 µA तथा निरोधी विभव 1.36 V है। धातु का कार्य-फलन कितना होगा?
एक धातु का कार्य-फलन 1 eV है। λ = 3000 Å का प्रकाश इस धातु पर गिरता है। उत्सर्जित प्रकाश-इलेक्ट्रॉनों का वेग …
एक धातु का कार्य-फलन 1 eV है। λ = 3000 Å का प्रकाश इस धातु पर गिरता है। उत्सर्जित प्रकाश-इलेक्ट्रॉनों का वेग कितना होगा?
एक धातु का कार्य-फलन 2.51 eV है, तो इसकी देहली आवृत्ती का मान …
एक धातु का कार्य-फलन 2.51 eV है, तो इसकी देहली आवृत्ती का मान क्या होगा?
एक धातु का कार्य-फलन 3.45 eV है। फोटॉन की अधिकतम तरंगदैर्ध्य 3587 Å होनी चाहिए जिससे कि धातु से फोटो इलेक्ट्रॉन निकल सके।
एक धातु का कार्य-फलन 3.45 eV है। फोटॉन की अधिकतम तरंगदैर्ध्य कितनी होनी चाहिए जिससे कि धातु से फोटो इलेक्ट्रॉन निकल सके?
किसी धातु के लिये कार्य-फलन 5 eV है, तो उसकी देहली तरंगदैर्ध्य कितनी होगी?