महावीर स्वामी के बड़े भाई का नाम नंदिवर्धन था।
महावीर स्वामी ने माता-पिता की मृत्यु के पश्चात् संन्यास-जीवन अपने बड़े भाई नंदिवर्धन से अनुमति लेकर स्वीकारा था।