‘नेहरू रिपोर्ट’ पर मुस्लिम लीग के नेता मुहम्मद अली जिन्ना ने 14 मांगों का प्रपत्र जारी किया था।
‘नेहरू रिपोर्ट’ पर मुहम्मद अली जिन्ना द्वारा 14 मांगों के प्रपत्र को ‘जिन्ना का चौदह सूत्रीय फार्मूला’ कहा जाता है।
कलकत्ता (1928 ई०) के कांग्रेस अधिवेशन में नेहरू रिपोर्ट पर उत्पन्न मतभेद की स्थिती को किसके हस्तक्षेप से सुलझाया गया था?
कलकत्ता (1928 ई०) के कांग्रेस अधिवेशन में नेहरू रिपोर्ट पर उत्पन्न मतभेद की स्थिती को महात्मा गांधी जी के हस्तक्षेप से सुलझाया गया था।
कलकत्ता (1928 ई०) के कांग्रेस अधिवेशन में पूर्ण स्वराज और डोमिनियन स्टेट को लेकर नेहरू रिपोर्ट पर मतभेद की स्थिती उत्पन्न हो गई थी।
नेहरू रिपोर्ट पर मुस्लिम लीग के नेता मुहम्मद अली जिन्ना ने कितने मांगों का प्रपत्र जारी किया था?
नेहरू रिपोर्ट पर मुहम्मद अली जिन्ना द्वारा 14 मांगों के प्रपत्र को क्या कहा जाता है?
भारतीय नेताओं ने नेहरू रिपोर्ट में औपनिवेशिक स्वराज, केन्द्र में पूर्ण उत्तरदायी शासन, प्रान्तीय स्वतंत्रता एवं मौलिक अधिकार जैसे विषयों को शामिल किया था।
भारतीय नेताओं ने नेहरू रिपोर्ट में किन-किन विषयों को शामिल किया था?
भारतीय नेताओं ने संविधान के सिद्धांतों के निर्धारण के लिए बनाई सात सदस्यीय समिति की रिपोर्ट को ‘नेहरू रिपोर्ट’ के नाम से जाना जाता था।
मुस्लिम लीग के नेता मुहम्मद अली जिन्ना ने नेहरू रिपोर्ट को मुसलमानों को कौन सी सुविधा न दिए जाने के कारण अस्वीकार किया था?
मुस्लिम लीग के नेता मुहम्मद अली जिन्ना ने नेहरू रिपोर्ट को मुसलमानों को प्रथम निर्वाचक मण्डल की सुविधा न दिए जाने के कारण अस्वीकार किया था।
लखनऊ (1928 ई०) के सर्वदलीय सम्मेलन में नेहरू रिपोर्ट को किसने अस्वीकार कर दिया था?
लखनऊ (1928 ई०) के सर्वदलीय सम्मेलन में नेहरू रिपोर्ट को मुहम्मद अली जिन्ना ने अस्वीकार कर दिया था।
लखनऊ में नेहरू रिपोर्ट के विचार के लिए सर्वदलीय सम्मेलन का आयोजन 1928 ई० को किया गया था।
लखनऊ में नेहरू रिपोर्ट के विचार के लिए सर्वदलीय सम्मेलन का आयोजन कब किया गया था?
लाहौर (1929 ई०) के कांग्रेस अधिवेशन में ‘नेहरू रिपोर्ट’ को निरस्त घोषित कर दिया गया था।